Powered By Blogger

Friday, April 30, 2010

रंगीले बाबा

हश हश हश बाबा स्लीपिंग… बाबा के भक्तों को अक्सर यही सुनने को मिलता था....की बाबा अभी ध्यान पर बैठे है या फिर सो रहे हैं... और भोले भक्तगढ़ रंगीले बाबा की बातों पर यकीन कर घंटों बाबा के उठने का इंतज़ार करते... लेकिन बाबा की इस नींद से भक्त अंजान थे...क्योंकी गेरूवे वस्त्र धारण किए साधू संत बाबागिरी की आड़ में दादागिरी के साथ रंगीन धंधों को चला रहा था...जी हां आध्यात्मिक बाबाओं की काली करतूतें लोगों के सामने आने लगीं... दिल्ली के इच्छाधारी बाबा के सेक्स स्कैंडल का मामला सामने क्या आया, कि देश के महानपुरूषों में गिने जाने वाले संतों की पोल पट्टी खुलने की झड़ी सी लग गई... इस ख़ुलासे में एक मामला बैंगलुरु से भी जुड़ गया... जहां स्वामी परमहंस नित्यानंद की अश्लील सीडी प्रसारण हुआ... सीडी के प्रसारण ने ऐसा तूल पकड़ा की मामले में रोज़ कोई न कोई नया खुलासा होने लगा... स्वामी को मानने वाले लोग सड़कों पर उतर आए... उसके खिलाफ प्रदर्शन करने लगे... लेकिन बेशर्म बाब ने अपनी सफ़ाई देते हुए कहा कि चैनल पर जो सीडी दिखाई गई है, वह फर्जी है... साउथ के टीवी चैनल सन न्यूज पर एक टेलीकास्ट में स्वामी परमहंस नित्यानंद का एक तमिल अभिनेत्री के साथ सेक्स वीडियो प्रसारित किया गया... स्वामी नित्यानंद साउथ के धर्मगुरू है... उन्होंने ध्यान लगाकर इलाज करने की पद्दति पर आधारित ध्यानपीतम संस्था की बैंगलुरु में शुरुआत की जहां वो ध्यान पद्दति के ज़रिए लोगों का इलाज करता...ये काम रंगीला बाबा 3 साल की उम्र से ही करने में माहिर था... लेकिन उम्र बढने के साथ ध्यानचंद बाबा का ध्यान भटकने लगा... वो सेक्स स्कैडल चलाने लगा... ये गोरखधंधा आश्रम की छत के नीचे बड़े अराम से फलफूल रहा था... लेकिन एक वीडियो ने बाबा की बाबागिरी को ताक पर रख पूरे देश में सनसनी फैला दी...
वहीं दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आए इच्छाधारी संत स्वामी भीमानंद जी महाराज का सैक्स रैकेट का जाल सिर्फ दिल्ली-एनसीआर में ही नहीं बल्कि भारत के कई राज्यों में फैला हुआ है... दिन में भगवा चोला पहनने वाला ये स्वामी रात को चोला त्याग कर जींस, टी-शर्ट पहन कर डांस फ़्लोर पर मस्ती में झूमता और सेक्सी लेडी के साथ ठुमके लगाता... प्रवचन छोड़ सेक्स के धंधे में लग जाता... बाबा के इस रूप से भक्तगढ़ अंजान थे...दुनिया को साईं प्रवचन देने वाला ये ढोंगी लड़कियों के साथ मस्ती में रम जाता...इतना ही नहीं ये ढोंगी लोगों को मौजमस्ती के लिए लड़कियां सप्लाई करता...और इसके संपर्क में कई सफेदपोश लोग भी हैं... फिलहाल ये साफ़ नहीं हो पाया है कि वो लोग इससे आध्यात्मिक वजहों से जुड़े थे या मौजमस्ती की वजहों से? इसने अपना अय्याशी का अड्डा का सिर्फ़दिल्ली में ही नही बल्कि कई जगह बना रखा था शिवमूर्त उर्फ इच्छाधारी संत स्वामी भीमानंद जी महाराज को एक युवक और छह कॉलगर्ल के साथ गिरफ्तार किया था...गर्मी के मौसम में यह स्वामी शिमला में थ्री स्टार होटल के 10-12 कमरे किराए पर ले लेता था और तकरीबन दो महीने तक इन कमरों में अपना धंधा चलाता था... बाबा भीमानंद महाराज के तार शिमला से भी जुड़े थे...बाबा के शिमला कनेक्शन की जानकारी मिलते ही पुलिस में खलबली मच गई... सीआईडी दिल्ली पुलिस से संपर्क साध कर कुछ जानकारियां हासिल की...उन जानकारियों के मुताबिक बाबा शिमला में भी डेरा डालता था और यहां से भी सेक्स रैकेट का चलाता... यहां तक कि हिमाचल की कई मजबूर लड़कियों को उसने धंधे में उतार दिया...रंगीन बाबा के गैंग में ज़्यादातर हाई प्रोफाइल घरानों की लड़कियां शामिल थी...बाबा के पास से एक लाल डायरी बरामद हुई जिसमें 500 लड़कियों के फोन नंबर और 800 लड़कियों के नाम पते दर्ज हैं...डायरी में मंत्रियों और उद्योगपतियों के नाम शामिल हैं....रंगीन बाबाओं की करतूत लगाता सामने आ रही है....लेकिन राज्यपाल जैसे उच्च पद पर बैठे राजनेता के आचरण भी सवालों के घेरे में आ गया...
तेलुगु टीवी चैनल ने 3 महिलाओं के साथ एक बुजुर्ग व्यक्ति की सीडी दिखाई और दावा किया कि ये व्यक्ति आंधप्रदेश के राज्यपाल नारायण दत्त तिवारी हैं, बहरहाल बाबओं की जैसे तैसे कट जाएगी लेकिन तिवारी का क्या होगा जो हमेशा अपनी रंगीन मिजाज़ी के लिए सुर्ख़ियों में बाने रहते हैं... हमारे देश में उच्च पदों पर बैठे नेताओं पर निजी जीवन में नैतिकता के उल्लंघन है... हमारी परंपरा, संस्कृति ऐसी रही है कि अब भी एक निष्ठ पारिवारिक जीवन की प्रतिष्ठा कायम है और उल्लंघन के मामलों को आमतौर पर अनदेखा किया जाता है...ऋषि मुनियों के इस देश में उन्हीं का भेष धर आस्तीन के सांप साबित हुए रंगीन बाबाओं की काली करतूतें सामने आने के बाद आप क्या सोचते है....कृप्या अपनी प्रतिक्रिया हमें ज़रूर लिखें

Wednesday, April 28, 2010

shatir chor

Monday, April 26, 2010

zoozoo smile

वोडा फ़ोन कंपनी का विज्ञापन हमेशा से ही कुछ अलग अंदाज़ में दिखाया जाता है जो बड़ी असानी से लोगों के ज़ेहन में उतर जाता है.... चाहे वो हच का छोटा रिचार्ज हो या फिर वोडा फ़ोन के डॉगी के साथ चलता हुआ नेटवर्क हो...अलग थीम अलग ट्रीटमेंट...वोडा फ़ोन अपने यूनिक आईडिया के साथ एक बार फिर ज़ूज़ू के रूप में दिख रहा हैं... आप सोच रहे होंगे की आख़िर ये ज़ूज़ू हैं क्या..तो हम आपको बता दें....
दरअसल अंडे आकार का चेहरा, कार्टुन जैसा चरित्र, अजीबोगरीब आवाज़ और करोड़ों प्रशंसक इसे ज़ूज़ू कहते है...जिसने देश विदेश में धूम मचा दी है...
इंडियन प्रीमियर लीग का प्रयोजक बनने के बाद वोडाफोन ने तय किया कि इस सीज़न का भरपूर भूनाना है...वोडाफोन ने अपनी एड एजेंसी O&M को निर्देश दिया कि कुल 29 विज्ञापन फिल्में बनानी है... जो पूरे आईपीएल सीज़न के दौरान दिखाई जाएंगी... ये सभी विज्ञापन अलग-अलग होंगे... लेकिन इनकी थीम एक जैसी ही होगी, और इन्हें इस तरह से बनाया जाए कि सभी विज्ञापन एक दूसरे जुड़े हुए लगें...  O&M के लिए ये मुश्किल था... उन्हें इस तरह के विज्ञापन बनाने थे जो 30 सेकंड के हो और इतने कम वक़्त में संदेश आसानी से दें दे. इसके अलावा विज्ञापन ऐसे भी होने चाहिए जो बच्चों को ही नहीं लेकर बड़ों को भी पसंद आए...  ज़ूज़ू दूसरे ग्रहों जैसे दिखते हैं....और इनके भी मजेदार है... ज़ूज़ू.... लोग सोचते है कि जूजू एनिमेटेड हैं... लेकिन ये एनिमेटेड नहीं बल्कि इसमें इंसानों ने काम किया है... लेकिन उनका फिल्मांकन ऐसा किया गाया है जिससे वो एनिमेटेड लगें... साउथ अफ्रीका के केपटाउन में लम्बे समय की शूटिंग के बाद... 29 विज्ञापन फिल्में बनाई गई... ज़ूज़ू वास्तविक लोग हैं जिन्होनें विशेष रूप से तैयार कपडे पहने हैं. उनके कपड़ों को दो भाग में बाटा गया हैं... सिर के नीचे का हिस्सा स्पेशल कपडों से बना है और साथ में फॉम डाला गया है... इस हावभाव दर्शाते समय सिलवटें नहीं पडती. पेट के भाग में थोड़ा अधिक फोम डालकर उसे मोटा दिखाया गया है... सिर को एक विशेष पदार्थ पर्सपेक्स से बनाया गया है... जो काफी मजबूत होता है... आपको ये सुनकर हैरानी होगी लेकिन ये सच है कि इस विज्ञापन में सभी जूजू महिलाएँ हैं... विज्ञापन फिल्मों मे भले ही पुरूष और महिला दोनों प्रकार के जूजू दिखते हों लेकिन ये सभी महिला कलाकार थिएटर आर्टिस्ट हैं... जिन्होनें ज़ूज़ू का मुश्किल पात्र निभाया है... जूजू यकीनन मुश्किल पात्र हैं और इसकी कई वजह हैं...पहली तो ये है कि जूजू का मस्तक इतना बड़ा है कि उसे सम्भालना ही दिक्कत भरा काम है... दूसरी दिक्कत ये है कि जूजू के मस्तक में से देखने का कोई ज़रिया नहीं है... टीवी पर चाहे जूजू की दो गोल-गोल आँखें दिखती हों... लेकिन उसे ऊपर से चिपकाया गया है... मस्तक के अंदर मौजूद महिला कलाकारों को कुछ नहीं दिखाई देता...ये अनुमान के आधार पर ही अभिनय करना पडता है... एक दिक्कत ये भी है कि जूजू के मस्तक के अंदर बहुत कम हवा होती है और उसके अंदर मौजूद कलाकार को हवा नहीं मिलती.... इसलिए कुछ मिनिटों बाद ही उसे जूजू का मस्तक उतारना पड़ता है... जिससे कि वह सांस ले सके.... ये सभी दिक्कतो के अलावा एक दिक्कत और भी है कि पूरे सीन को एनिमेशन फिल्म जैसा दिखाया गया है... इसके लिए कलाकार के ज़रिए इस्तेमाल की जाने वाली चीजें जैसे की कार, कुर्सी टेबल, दरवाजे,कार्टून फिल्मों जैसे बनाए गए... बैकग्राउड का रंग ग्रे रखा गया ताकी पूरा ध्यान सफेद रंग के जूजू पर रहे.... इसके बाद पूरी फिल्म को कम फ्रेमरेट वाले कैमरों से फिल्माया गया और आख़िर में जब फ्रेमरेट सामान्य कर दी गई जिसकी वजह से जूजू भागते से नजर आने लगे...
जूजू की आवाज भी मैकेनिकल तरीके से सम्पादित कर इस तरह से बनाई गई जिससे उसके बोल मतलब समझ में ना आए लेकिन मतलब पता चल जाए.. लेकिन ये कभी हँसते हैं, कभी गुस्सा करते हैं, कभी दुखी होते हैं...वो यूं हुआ की जूजू के मुँह के हावभाव से संबंधित टुकड़े हर दृश्य में लगाए जाते हैं...जैसे सीन में जूजू हँसता और दूसरे ही सीन में चौंक जाता है... इसके लिए पहले सीन में उसके मूँह पर हास्य के भाव वाला कटआउट लगाया जाता है और दूसरे सीन को फिल्माने से पहले वह कटआउट निकाल कर चौंकने के भाव वाला कटआउट लगा दिया जाता है... जूजू की फिल्में बनाने के पीछे काफी मेहनत, समय और पैसा लगा है. और आज जूजू वोडाफोन जैसा ही ब्रांड बन गए हैं. ऐसा बहुत कम होता है...

दिल्ली की बुर्ज ख़लिफ़ा

दिल्ली का मस्तक यानी कुतुबमीनार लेकिन उससे भी ज़्यादा ऊंची इमारत बनकर तैयार हो गई हैं... 12 एकड़ क्षेत्रफल में बनी इस इमारत को दिल्ली का बुर्ज ख़लिफ़ा कह सकते है...इस इमारत की ऊंचाई 112 मीटर है और 28 मंजिलों वाली इस इमारत के ऑडिटोरियम में तकरीबन 1000 लोगों एक साथ बैठ सकते हैं... 650 करोड़ रुपए की लागत से बनी इस इमारत की छत पर हैलीपैड की सुविधा है... तीन मंजिला बेसमेंट पार्किग में 2,500 कार पार्किग की क्षमता के साथ 43 हाई स्पीड लिफ्ट और 8 एस्के लेटर्स भी मौजूद हैं... सुविधाओं से लैस इस गगन चुंबी इमारत को विशेष रूप से राष्ट्रमंडल खेलों के लिए तैयार किया गया...

Wednesday, April 21, 2010

sare jahan se achha.....

paigaam-e-inshaniyat part-3

paigaam-e-inshaniyat part-2

paigaam-e-inshaniyat part-1

aajb prem ki gajab kahani

कबके बिछड़े हुए हम आज कहां आके मिले

 जब आप किसी को पूरी शिद्दत से चाहते है, तो पूरी क़ायनात उसे आपसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है... चाहे वो उम्र के आखिरी पड़ाव पर ही क्यों ना आकर मिलें... ओम शांति ओम फ़िल्म का ये डॉएलॉग लखनऊ के मलियाबाद में रहने वाले 84 साल के एक बुज़ुर्ग़ चुराई पर सटीक बैठता है... जी हां... लम्बे अरसे के बाद उनकी बिछड़ी मोहब्बत मिल गई... इनका प्यार एक बार फिर परवान चढ़ा... और ये दोनों शादी के पवित्र बंधन में बंध गए... ये अजब प्रेम की गजब कहानी जगजीत सिंह की गज़ल की याद दिलाती है...”ना उम्र की सीमा हो ना जन्म का हो बंधन, जब प्यार करे कोई तो देखे केवल मन” वाक़ई में ऐसा लगता है कि शायर ने इस गीत की कल्पना इसी जोड़े की मोहब्बत पर की हो... 58 सालों की जुदाई ने चुराई की उल्फ़त को और भी ज़्यादा गहरा कर दिया है... लम्बे वक़्त के बाद चुराई से फ़ूलमती मिलीं... दोनों की मोहब्बत एक बार फिर परवान चढ़ी... ये दोनों इस उम्र में शादी के पवित्र रिश्ते में बंध गए... कहते है जहां चाह वहां राह... दरअसल 1952 में चुराई और फ़ूलमती की मोहब्बत परवान चढ़ी... उस वक़्त 27 साल के चुराई किराने की दुकान पर काम करते थे... फ़ूलमती सामान लेने अक्सर उसकी दुकान पर जाती उस वक्त फूलमती महज़ 17 साल की थी... रोज़ की बाते मुलाक़ते प्यार में तब्दील हो गईं... उस वक्त शुरू हुई मासूम मोहब्बत दुनिया को रास ना आई... अलग जाति से ताल्लुक़ रखने की वजह से फूलमती और चुराई एक दूसरे के हो ना सके और शादी के अरमान दिल में ही दफ़्न होकर रह गए... फूलमती के घर वालों ने उसकी शादी कहीं और कर दी...लेकिन चुराई के दिल में कभी कभी ये हुंक उठती रही की “जग ने छीना मुझसे मुझे जो भी लगा प्यारा, सब जीता किए मुझसे मै हर वक़्त ही हारा” वक़्त की क़लम ने चुराई की ज़िन्दगी में फूलमती का साथ उम्र के आखिरी दौर में जाकर लिखा था... मोहब्बत की ये कसक उम्र के साथ और गहरी होती गई... चुराई को उपर वाले और अपनी मोहब्बत पर पूरा यक़ीन था... चुराई ने अपनी अबतक की ज़िन्दगी महबूबा फ़ूलमती के इंतज़ार में कुंवारा रहते हुए गुज़र दी... लेकिन सब्र का फल मीठा होता है... चुराई को फूलमती से मिलना ही था... और वो भी उम्र के 84वें पड़ाव पर...
चुराई की मोहब्बत का क्लाईमेक्स कुछ इस तरह हुआ... इनके मोहब्बतनामे के आख़री वर्क़ पर मोहब्बत की जीत होना तय लिखा था... 84 साल की उम्र में ही सही... लेकिन दोनों ने पूरे रीति रिवाजों के साथ बड़ी धूमधाम से शादी रचाई...ये शादी हर प्यार करने वाले बिछड़े प्रेमियों के लिए एक मिसाल और उम्मीद क़ायम करती है... की ख़ुदा के घर देर है अंधेर नही... बहरहाल आज इनके पास रहने के लिए छत नहीं है... लेकिन इस जोड़े पर बरसों से प्यार का साया बरक़रार है... जिसके साए में उम्र के आख़िरी मुक़ाम पर ये ख़ुशहाल ज़िन्दगी जी सकते है...
चुराई और फ़ूलमती की पाक़िज़ा मोहब्बत ने सबको अपना क़ायल बना दिया है... इस जोड़े ने ये साबित कर दिया है कि ना उम्र की सीमा हो ना जन्म का हो बंधन जब प्यार करे कोई तो देखे केवल मन...

Tuesday, April 20, 2010

Sunday, April 18, 2010

राष्ट्रपिता हमें यही सिखावें



राष्ट्रपिता हमें यही सिखावें
मिलजुल कर सब जीवन बितावें
किंतु इंसा-इंसा का ख़ून बहावें
हर तरफ़ ख़ूनी मंज़र नज़र आवे

देश के प्रेमी देश मीटावें
रोज़ नए-नए भेष बनावें
तनिक नही इनको भय है
चारों दिशा में इनकी जय है


कभी जलावें नंदी ग्राम
कभी मचावें उड़ीसा में कोहराम
कभी गोधरा को भड़कावें
कभी करें भोली जनता पर वार

कभी चलावें गोला बारी
कभी चलाए बम से काम
इस देश का क्या होगा भगवान
जिसमें रहते है अनेक भोले इंसान


रोज उजाड़े मांग के सिंदूर
सूनी करें ये मां की गोद
रोज़ किसी को अनाथ बनावें
रोज़ करें ये अत्याचार

मां बहने और बेटी को
फेकें रोज़ वैहशी की ओर
शर्म लाज अब कैसे बचावें
कफ़न होतो तन को छुपावें

अतिथि देवों भवा का करके हनन
विदेशी महिलाओं को सताने का है चलन
भारत पर लगा शोषण नाम का कलंक
ऐसी घटनाओं का होता है हर रोज़ जनम

मौत के बाद भी चीर हरण
स्त्री जात का फूटा ऐसा करम
स्वम् पर झेले सारी विपदा
फिर भी नही है कोई शिकवा

विद्यार्थियों का है हाल बेहाल
विद्या की अर्थी सजावें सुबहो शाम
सहपाठी पर करके वार
जीवन में लाएं अंधकार

अश्लीलता है पाठशालाओं में
तकनीकी का है इसमें हाथ
यौन शिक्षा को बढ़ावा देने का
आज सामने है अंजाम

राम नाम पर मचा बवाल
उनके अस्तित्व पर उठने लगे सवाल
जबकि राष्ट्रपिता के अंतिम शब्द थे
हे राम... हे राम... हे राम
(मरज़िया जाफ़र)

Friday, April 16, 2010

इंडियन पैसा लीग



खेल और रोमांच का नया फ़ॉरमेट यानी आईपीएन अपने शबाब पर ही था की अचानक विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर और सुनंदा पुश्कर पर कोच्ची टीम को लेकर विवाद ने पूरे गेम की ही बजा डाली...और यहीं से खुलने लगी इंडियन प्रीमीयम लीग की परत दर परत...जी हां...मनोरंजन का सबसे बड़ टिकट कहा जाने वाला आईपीएल टेक्स नही चुकाता है....सवाल ये उठता है कि आख़िर आइपीएल टेक्स क्यों नही चुकाता...खेलने वाले टेक्स चुकाते है...देखने वाले टेक्स चुकाते है....हम आप टेक्स चुकाते है तो आईपीएल टेक्स क्यों नही चुकाते...ये अपने आपको ना तो कोई सोसाईटी से जोड़ते हैं और न किसी संस्था से तो आखिर क्यों नही चुकाते ये टेक्स और इन्हीं बातों को लेकर विवादों में घिरे है आईपीएल आयुक्त ललित मोदी...
इस पूरे मामले पर आयकर विभाग ने 1 घंटे तक ललित मोदी से बातचित की जिसमें इंडियन घोटाला लीग का कच्चा चिठ्ठा सामने आया...कहते है चोर की दाढ़ी में तिनका…ऐसे ही कुछ हुआ है ललित मोदी के साथ जो विदेश राज्य मंत्री की टांग खिचते खिचते खुद भी फ़िसल गए और आयकर विभाग के हथ्थे चढ़ गए...और अपने ही बुने जाल में फंस गए है...लेकिन हाल वही की उल्टा चोर कोतवाल को डाटे वाला...तभी तो मोदी भले ही मुसीबत में हैं लेकिन उनका हौसला अभी भी बुलंद है...उन्होंने कहा है मैं आईपीएल आयुक्त का पद नहीं छोड़ूंगा... आईपीएल में काला धन लगने के आरोपों के बीच आयकर विभाग ने संस्था व उसके चेयरमैन ललित मोदी पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है...विभाग ने आईपीएल कार्यालय में मोदी के कमरे पर छापा मारकर वहां मौजूद दस्तावेज जब्त कर लिए...अधिकारियों ने उनसे पूछताछ भी की...
बेंगलूरू में मैच के दौरान मोदी अचानक से नदारत हो गए...क्योंकि आयकर विभाग मोदी के काले चिठ्टे तलाश करने उनके ऑफिस पहुंच गया...और इसकी जानकारी मिलते ही मोदी आनन-फानन में मुंबई पहुंचे.. वहीं आयकर विभाग ने वर्ली कार्यालय में उनसे एक घंटे तक पूछताछ की जिसमें कोच्चि टीम में अवैध फंडिंग से लेकर उन सभी मसलों पर सवाल-जवाब किए गए, जो पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में बने हुए हैं...और आख़िर पता चला की ये इंडियन प्रीमीयर लीग नही बल्कि इंडियन पैसा लीग है....

Thursday, April 15, 2010

Wednesday, April 14, 2010

राज्यसभा के दाग़ी सांसद


पहली बार राज्यसभा के दाग़ी सांसदों पर एक रिपोर्ट तैयार की गई है...जिसमें राज्यसभा के सांसदों के दामन पर लगे दाग का खुलासा एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफ़ार्मस और नेशनल इलेक्शन वॉच ने किया है...ये ख़ुलासा विधानसभा सचिवालयों से मिले शपथ पत्रों के आधार पर किया गया है...आपको जानकर हैरानी होगी कि राज्यसभा में 17 फ़ीसदी सांसद दाग़दार हैं...और इससे भी ज़्यादा चौंकाने वाली बात ये है की इसमें सबसे टॉप पर कांग्रेस के सांसद हैं...जबकि मुख्य विपक्षी दल बीजेपी दूसरे नम्बर पर है...साथ ही हम आपको ये भी बता दें कि 250 सदस्यों वाली राज्यसभा में 98 सांसद करोड़पति हैं...
रिपोर्ट के मुताबिक 219 राज्यसभा सदस्यों में से 37 सांसदों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं... वहीं 12 सांसदों पर गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं...उच्च सदन में कांग्रेस के 70 सांसदों में से 7 दाग़ी छवी के सांसद हैं...इसके अलावा सदन में 45 सदस्यों वाली बीजेपी दूसरे पयदान पर है... इस मामले में बीएसपी तीसरे पायदान पर है...जिसके 13 सांसदों में से सारे 13 ही दाग़दार हैं...जबकि शिवसेना के सभी चार सांसदों के खिलाफ़ आपराधिक मुक़ादमें चल रहे हैं...सदन में 12 सदस्यों वाली सपा के तीन सांसद आपराधिक पृष्ठभूमि से जूड़े हुए हैं...वहीं 7 सदस्यों वाली जेडीयू के भी 3 सांसद दाग़ी है...
एनडीआर और एनईडबल्यू की रिपोर्ट से एक बात तो साफ़ है कि इन करोड़पतियों और दागदारों की फेहरिस्त में सत्ता की कमान संभाले कांग्रेस पार्टी का नाम सबसे ऊपर है...बहरहाल देखना ये है कि इस ख़ुलासे के बाद पार्टी प्रमुख अपने-अपने सांसदों के ख़िलाफ़ क्या क़दम उठाते हैं...

Saturday, April 10, 2010

लव शोएब और धोखा (LSD)


शोएब सानिया की शादी की कहानी में एक और नया पेच सामने आया है...सानिया नाम की पतंग सरहद पार उड़कर जाएगी इस पर कयास लगाए जा रहे है...फ़िलहाल शादी पर सट्टे बाज़ों की मौज है...एक के बाद एक ख़ुलासे सामने आ रहे हैं...बहरहाल अफ़वाहों का बाज़ार गर्म ही था की फरेबी दुल्हे की एक और करतूत दुनिया के सामने आ गई...और वो हैं उनके वालिद साहब का नाम...दरअसल सानिया मिर्जा से निकाह करने जा रहे पाक क्रिकेटर शोएब मलिक का एक और झूठ सामने आया है...पहले तो शोएब आयशा को तलाक़ देने को राज़ी ही नही थे...लेकिन बाद में तलाक देने पर शक के घेरे में आ गए कि जब आयशा या माहा से शोएब मलिक वल्द (मलिक सलीम हुसैन या फिर मलिक फ़कीर हुसैन) की शादी ही नही हुई तो फिर तलाक़ क्यों ? बताया जा रहा है कि शोएब मलिक ने आयशा को जो तलाक दिया है... उस पर अपने वालिद का नाम मलिक सलीम हुसैन लिखा हुआ है जबकि सानिया और शोएब के शादी के कार्ड पर मलिक फकीर हुसैन लिखा हुआ है....और इस नए ख़ुलासे पर आयशा के वकील ने अपने का कहना है कि तलाक तो हो गया है और इस बात का सबूत तलाकनामे पर शोएब का फोटो और उस पर उनके दस्तख़त हैं...जहां तक तलाकनामे पर उनके पिता के ग़लत नाम की बात है तो इसपर शोएब एक शपथ पत्र देकर अपनी भूल सुधार सकते है...लेकिन तलाकनामे की बात से अगर शोएब मुकरते है तो उनके ख़िलाफ़ धोखाधड़ी का केस फिर से दायर किया जा सकता है...सानिया की शादी चमेली की शादी फ़िल्म की याद दिलाती है...हर दिन एक नया मोड़ लेकिन सानिया मिर्ज़ा के इस फ़ैसले ने पूरे देश की इज़्जत को तार-तार कर दिया है...सानिया के सरहद पार दुल्हा चुनने पर शिव सेना के विरोध पर पूरे देश ने सानिया का साथ दिया था की कोई भी कहीं भी और किसी से शादी कर सकता है उसे पूरा हक़ है... लेकिन शोएब की एक-एक करतूत सामने आने के बाद भी सानिया अपने फ़ैसले पर अटल है...जिस देश ने सानिया को सर आंखों पर बिठाया और आज उसी सानिया पर शोहरत का नक़ाब ऐसा पड़ा है कि वो सच्चे और झूठे में फ़र्क़ नही कर पा रही हैं...सही बात ये है की देश का कोई भी शख़्स नही चाहता की की शादी शोएब से हो...बहरहाल होनी को कौन टाल सकता है....

Wednesday, April 7, 2010

ऑपरेशन ग्रीनहंट का मुंहतोड़ जवाब

नक्सलियों के ख़िलाफ़ सरकार की तरफ़ से चलाए जा रहे ग्रीन हंट ऑपरेशन से बौखलाए नक्सलवादिओं ने सीआरपीएफ कैंप पर हमला करते हुए 76 जवानों को मौत के घाट उतार दिया...और इस हमले को इतिहास का सबसे बड़े नक्सली हमले की कतार में लाकर खड़ा कर दिया...बताया जा रहा है की दंतेवाड़ा में हमले का मास्टरमाइंड आंध्रप्रदेश का नक्सल कमांडर कटकम सुदर्शन है...केंद्र सरकार को मिली प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक कटकम पिछले हफ्ते आंध्रप्रदेश की सीमा पार कर छत्तीसगढ़ के सुकमा और कोंटा इलाके में सक्रिय था... घटना स्थल से मिले कुछ फटे हुए कागजात से यह पता चलता है कि इस वारदात को सुदर्शन ने अंजाम दिया है...
ऐसा पहली बार नही हुआ है कि नकिसलियों ने इस तरह के हमलों को अंजाम दिया हो...लेकिन नक्सलियों की शांति हमारी सरकार को ग़फ़लत में डाल देती है और फ़िर जब ऐसा कोई हमला होता है तो निंद से जागी सरकार तीखें बयानों के साथ बदले की भवना दिल में लिए श्रद्धांजलि के मौक़े पर कुछ इस तरह की बयान बाज़ी करती हैं.... कि 2 से3 साल के अंदर नक्सलियों का सफाया कर दिया जाएगा...और नक्सली देश के दुश्मन है... ये कहना है हमारे गृहमंत्री का और उन्होंने दावा किया है कि आंध्र प्रदेश में नक्सलियों तकरीबन सफ़ाया हो चुका है... दूसरे राज्यों में भी ऐसा ही किया जाएगा...वहीं दूसरी तरफ राज्य के आला अफसरों का मानना है कि अगर सीआरपीएफ की टुकड़ी जरा भी सर्तक रहती और इलाके में अपना सूचना तंत्र खड़ा करती तो इस तरह की घटना नहीं होती... बस्तर के बाकी इलाको में पुलिस और एसपीओं साथ मिलकर काम करती है लेकिन सीआरपीएफ के जवान ऐसा नहीं करते हैं और उनकी रणनीति अलग होती है और इसी चूक का फायदा नक्सलियों ने उठाया है...गौरतलब है कि ऑपरेशन ग्रीन हंट की सफलता से नक्सलियों में बड़े पैमाने पर गुस्सा तो था... और वो सरकार के हर कदम का मुंहतोड़ जवाब देने की ताक में बैठे थे...और मौक़ा पाते ही ये हमला करके सरकार और ग्रीनहंट ऑपरेशन के जवाब में अपना गुस्सा उगल दिया...

Monday, April 5, 2010

दिल्ली की दरिया दिली


दिल्ली की दरिया दिली से कौन नहीं वाक़िफ़ है...ख़र्च के मामले में नम्बर वन और पैसे उड़ाने में डेल्हाईटस ने पूरे देश को पीछे छोड़ दिया है...दरअसल ये बात एक सर्वे में सामने आई है कि दिल्ली सच में दिल वालों की है...ये आंकड़े दिल्ली सरकार के आर्थिक और सांख्यिकी निदेशालय ने 2007 से 2008 के दौरान किए गए सर्वे के बेस पर तैयार किया हैं...यहां के शहरी इलाक़ों में प्रति व्यक्ति 2,078 रुपए ख़र्च होता है...जबकि ये ख़र्च राष्ट्रीय स्तर पर 1472 रुपये ही है...2007 में 1972 रुपये ही ख़र्च होता था...राजधानी में मासिक आय का सबसे ज़्यादा ख़र्च 37 फ़ीसदी खाने-पीने की चीजों पर होता है...हालांकि देश भर में यह औसत 40 फ़ीसदी ही है...खान-पान में सबसे ज़्यादा 10 फ़ीसदी हिस्सा मिल्क प्रॉडक्ट्स में ख़र्च होता है... 8 फ़ीसदी अनाज और दालों पर, 2 फ़ीसदी खाद्य तेलों पर, 4 फ़ीसदी सब्ज़ियों पर और 2 फ़ीसदी फलों पर ख़र्च होता है...
सर्वे में बताया गया है कि दिल्ली में 46 फ़ीसदी घरों में महीने का ख़र्च प्रति व्यक्ति एक से दो हजार रुपये के बीच होता है... इसी तरह 12 फीसदी घर ऐसे हैं, जहां प्रति व्यक्ति ख़र्च 2001 से 2500 रुपये महीना है...29 फ़ीसदी घर ऐसे हैं, जिनका प्रति व्यक्ति ख़र्च 2,501 रुपये से ज़्यादा है... करीब 45 पर्सेंट घरों की आय नियमित है और सैलरी से घर के ख़र्चे चलते हैं... स्वरोजगार से जुड़े घरों की संख्या 43 फ़िसदी है... पांच फ़ीसदी घर लेबर कैटिगरी के हैं... और बाकी पांच फ़ीसदी अन्य प्रकार के हैं...ख़ास बात यह है कि 62 फ़ीसदी लोग अपने घरों में रहते हैं, जबकि 35 फ़ीसदी लोग किराये के घरों में...करीब 74 फ़ीसदी लोग इंडिपेंडेंट घरों में रहते हैं, जबकि 15 फ़ीसदी फ्लैटस में...गांवों में 11 फ़ीसदी लोग रहते हैं... 93 फ़ीसदी घर पक्के हैं, जबकि 6 फ़ीसदी आधे पक्के हैं... सिर्फ एक फ़ीसदी मकान कच्चे हैं...
सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि दिल्ली में कुल परिवारों में करीब 7 फ़ीसदी की मुखिया महिलाएं हैं...75.90 लाख महिलाओं में से 51 फ़ीसदी यानी 38 लाख विवाहित, 5 फ़ीसदी यानी 3.85 लाख विधवा और 0.33 फ़ीसदी तलाकशुदा या फिर अलग रह रही हैं... दिल्ली के शहरी क्षेत्रों को प्रति घर 1.32 बच्चे हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 1.50 बच्चे हैं....दिल्ली के शहरी क्षेत्र में पढ़ाई दर 85 फ़ीसदी है...90 फ़ीसदी पुरुष और 80 फ़ीसदी महिलाएं साक्षर हैं...साक्षर लोगों में 18 फ़ीसदी प्राइमरी लेवल तक पढ़ाई करने वाले हैं...12 फ़ीसदी लोग हायर सेकंडरी तक पढ़ चुके हैं...19 फ़ीसदी ग्रैजुएट और पोस्ट ग्रैजुएट हैं...

Saturday, April 3, 2010

सरहद पर अटकी भारतीय दुल्हनिया

टेनिस स्टार सानिया मिर्ज़ा की बचपन की मोहब्बत सोहराब मिर्ज़ा से पहले बड़ी धूम धाम से सगाई का होना और फ़िर टूट जाना...लगातार ख़बरों में बनी रहने वाली ग्लैमर गर्ल सानिया मिर्ज़ा का अचानक पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी करने का फ़ैसला...ये बात अभी लोग हज़म नही कर पाए थे...तभी इस मामले ने ऐसा तूल पकड़ा की इसका अंदाज़ तो फ़ैसला करने से पहले सानिया को भी नही होगा...पूरे देश में एक ही चर्चा सानिया शोएब की शादी का हो रहा है...यही नही पाकिस्तान में भी सिर्फ़ एक ही चर्चा है...
सोहराब से सगाई टूटने के बाद जब सानिया ने शोएब से शादी करने का अपना फ़ैसला सुनाया तो उस पर राजनीति होने लगी...की सानिया भारत की बेटी है और वो जो भी है भारत की वजह से है... ये वो वगैरह वगै़रह दुनिया भर की बाते बनाई जाने लगी...देश भर में सानिया के पुतले फूके गए...हमारे मराठी मानुसों को भी मराठा से अलग हट कर एक मुद्दा मिल गया...और शिव सेना सुप्रीमों ने कह दिया की सानिया पाकिस्तान जाए और वहीं से खेलें...सानिया के करियर को लेकर बाते हो ही रही थी...तभी आया कहानी ट्विस्ट जो अपने साथ एक नया बवाल ले कर आया...और वो था शोएब की पहली पत्नी आएशा...
पाकिस्तानी वकील और इस्लाम के विशेषज्ञों ने शोएब की पत्नि आएशा के निकाह नामे की वैद्यता पर सवालिया निशान लगा दिया... उनके मुताबिक सिद्दिकी परिवार पाकिस्तानी खिलाड़ी शोएब मलिक को भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा से शादी करने से नहीं रोक सकता... निकाह और रिश्तों की पेयोरिटी की बात हो तो मौलवी जी कैसे पीछे हो सकते हैं...इस पूरे मामले पर मुफ्ती मोहम्मद नईम ने कहा, इस्लामिक शरियत के मुताबिक टेलीफोन पर निकाह जायज नहीं है...गौरतलब ये है कि आएशा सिद्दिकी ने दावा किया था कि शोएब ने उनसे फोन पर निक़ाह किया....पाकिस्तानी वकील तालिब रिज़वी ने भी मीडिया में उछाले गए निकाह नामे पर सवाल उठाएं... रिजवी के मुताबिक बगैर दोनों परिवारों के गवाहों के ये शादी जायज नहीं ठहराई जा सकती....
बहरहाल इस मामले पर मचे हंगामे से ज़ाहिर है की दुल्हनिया की नींद उड़ जाएगी...सानिया मिर्जा और शोएब मलिक के निकाह की खबरों के बीच जिस तरह से मीडिया में हर रोज नए खुलासे हो रहें है उससे सानिया मिर्जा बेहद परेशान हो गई है...और तनाव में आकर उन्होंने अपने दिल की कैफ़ियात ट्विटर पर लिख डाली...अपनी पोस्ट में सानिया ने लिखा है कि उनकों रात भर नींद नहीं आई....सानिया ने शोएब का पूरा साथ देते हुए कहा है कि मैं और मेरा परिवार जानते है कि क्या सच्चाई है...हमें अल्लाह पर भरोसा है...सानिया का कहना है की मैने कभी नहीं सोचा था कि शादी से पहले की परेशानियों के अलावा इस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा...मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरी मेहंदी के बजाय मुझे ऐसी किसी बात की फ़िक्र करनी पड़ेगी....इस वजह से मैं रात भर सो नहीं सकी... ग़ौरतलब है कि सानिया और शोएब के निकाह की ख़बर आने के बाद शोएब मलिक से जुड़े हर रोज़ कुछ ना कुछ नए खुलासे हो रहे हैं...जिससे सानिया बेहद परेशान है...
टेनिस परी के निकाह में आ रहीं नई-नई कानूनी दिक्कतें...शोएब और आयशा की शादी का मामला का सामने आना और निकाह से पहले शोएब को आयशा से तलाक लेने के लिए पड़ रहें दबाव...औऱ सानिया और शोएब के निकाह के बीच जिस तरह मीडिया में रोज़ न्यूज़ अपडेशन हो रहा है...इससे भी सानिया बेहद परेशान है...अभी तक तो सानिया मिर्जा और शोएब मलिक के बीच आयशा का निकाह नामा ही आया था...अब इस स्टोरी में पाक मीडिया ने अम्बर नाम का तड़का लगा दिया और अपने ताजें खुलासे में अंबर नाम की एक और लड़की का नाम शोएब से जोड़ दिया...
कहा जा रहा है कि इन दोनों में बहुत गहरी दोस्ती है और दोनों के रिश्तों में आज भी पहले जैसी ही गर्माहट है... बात यहीं ख़त्म नही होती शोएब और आयशा का निकाह का मामला कानूनी कार्रवाई तक पहुचंता दिखाई दे रहा है... अब आयशा के परिवार ने शोएब मलिक के परिवार को तलाक के लिए कानूनी नोटिस भेज दिया...उधर शोएब ने भी इस पूरे मामलें में अब कड़ा रुख अपनाते हुए आयशा के परिवार पर अपनी बेज़्ज़ती का आरोप लगते हुए मानहानि का केस दायर करने का आरोप लगाया है...लेकिन इस पूरे मामले पर आएशा का कहना है कि ‘मैं सिर्फ़ तलाक चाहती हुं बस ये पब्लिकी होना चाहिए न कि परदे के पीछे...उनका कहना है की शोएब तलाक की बात से भी कभी भी पलट सकते हैं... मैं अपनी मुश्किलों को खत्म कर आगे बढ़ना चाहती हूं... तीन बार तलाक, तलाक, तलाक भी काफी होगा...
कहानी में उतार चढ़ाव का दौर जारी है...सानिया मिर्जा का निकाह शोएब मलिक के साथ 15 अप्रैल को ही होगा और इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है...सानिया के परिवार ने पाक मीडिया की उन खबरों का खंडन करते हुए यह बात कहीं है की इससे पहले पाक मीडिया में ऐसी खबरें आ रहीं थी.. जिसमें कहा जा रहा था कि सानिया मिर्जा का निकाह दुबई में होगा...निकाह में कुछ ही दिन बचे हैं और सानिया के रिश्तेदारों ने यह साफ़ कर दिया है कि इन दोनों का निकाह हैदराबाद में ही होगा... इसके साथ ही पाकिस्तान मीडिया के उन रिपोर्टो का भी खंडन हो गया है जो ये कह रहे थे कि शादी दुबई में होगी...सूत्नों ने बताया कि शोएब शारजाह से शुक्रवार रात नौ बजे हैदराबाद पहुंच गए... लेकिन अभी यह साफ़ नहीं है कि उनके परिवार के सदस्य भी यहां आए हैं या नहीं.... शोएब सानिया के जुबली हिल्स स्थित निवास की बालकनी पर टेनिस स्टार और उनकी मां के साथ खडे दिखाई दिए...शोएब के यहां आने के पीछे एक वजह यह भी बतायी जा रही है कि वह आयशा सिद्दकी की तरफ़ से भेजे गए नोटिस के चलते दिल्ली में एक वकील तय करने आए हैं... आयशा उनकी पहली पत्नी होने का दावा कर रही है...
पाकिस्तानी वकील और इस्लाम के विशेषज्ञों ने शोएब की कथित पत्नि आएशा के निकाह नामे की वैद्यता पर सवाल उठाए हैं...उनके मुताबिक सिद्दिकी परिवार पाकिस्तानी खिलाड़ी शोएब मलिक को भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा से शादी करने से नहीं रोक सकता... फ़िर आया कहानी एक और ट्विस्ट.....और पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक ने मीडिया के सामने आकर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए भी चुप रहे...और बोलते भी क्या...बोलने के लिए भी कुछ होना चाहिए...बहरहाल वो अपने और आएशा सिद्दीकी के रिश्ते को लगतार नकार रहे है...और रोज़ रोज़ अपना बयान बदल रहे है...शोएब मीडिया के सवालों का जवाब तो दे रहे थे लेकिन सवालों में उलझने का खौफ उनके चेहरे पर साफ़ नज़र आ रहा था...
आएशा सिद्दीक़ी से रिश्तों की बात के सवाल पर पाकिस्तानी खिलाड़ी की बोलती ही बंद हो गई...अपने साथ इस सवाल का जवाब वो पहले से ही लिखित रूप में लेकर आए थे...
शोएब की शादी में आया एक और नया टूविस्ट...जिसमें शोएब मलिक ने अपनी सारी गलतियों को मासूमियत का जामा पहना दिया और कहा की उस वक्त मैं मासूम था और गलती से ऐसा हो गया....मलिक साहब अपने बयान पर इस तरह दम पे दम करवट बदल रहे हैं...पहले शादी हुई...फिर वो आएशा को जानते नही...और अब गलती को मासूमियत में बदल दिया...कुल मिलाकर ये है की शोएब ने ये मान लिया है की गलती हुई है...
ये तो था अब तक का सोहराब, सानिया, शोएब, आएशा और अम्बर का किस्सा नाम...लेकिन पर्दे के पीछे की कहानी किसी को नही मालूम है.... परत दर परत खुलती शोएब की पोल को जानने के बाद सानिया को फूंक-फ़ूंककर क़दम उठाना चाहिए...क्योंकि आज उठ रही चिंगारियां कल सानिया की शादी शुदा ज़िन्दगी में शोले भड़का सकती है...जिससे सानिया का ही नुकसान होगा....ये इशारा शोएब की पर्सनल लाईफ़ की तरफ़ है...बहरहाल सानिया को इस वक़्त दुआओं की ज़रूरत है...की उन्होंने जो भी फ़ैसला लिया है....उसमें वो खुश रह सके...आमीन...........