पूरा देश गुनाहगार कसाब को मिली सज़ा सुनना चाहता है... इस फैसले का लोगों को बेसब्री से इंतजार है... 26/11/08 मुंबई हमले का आरोपी कसाब पर फैसला आ गया है...मोहम्मद अजमल कसाब को पूरे 86 मामलों में दोषी पाया गया है जिसमें भारत में युद्ध छेड़ने का भी आरोप है लेकिन उसकी सज़ा अभी मुकर्रर नही हुई है... क्या आपको लगता है कि कसाब के जुर्म के लिए भारतीय क़ानून में कोई ऐसी सज़ा है जो क़साब को दी जा सके... लगातार तीन दिन होटल ताज, नरीमन हाउस में कोहराम मचाने वाला और ना जाने कितने बेगुनाहों को मारने वाला ये आतंकी न तो सज़ा-ए-मौत के क़ाबिल है और ना ही उम्र कैद के...हमारे देश में संगीन जुर्म करने वालों को यही सज़ा दी है...लेकिन कसाब तो ख़ुद एक फ़िदाईन था और मरने का डर उसे उस वक्त भी नही था और शायद आज भी... कसाब के लिए फांसी या उम्र कैद बहुत मामूली सी सज़ा है... हमारे देश में पुलिस की थर्ड डिग्री भी विदेशों की सॉफ़्ट डिग्री में आती है... तो कैसे कसाब को इतनी मामूली सज़ा दी जा सकती है... Monday, May 3, 2010
कसाब का हिसाब......ताज़ीराते हिन्द दफ़ा..... के तहत 26/11 के आरोपी कसाब को.....
पूरा देश गुनाहगार कसाब को मिली सज़ा सुनना चाहता है... इस फैसले का लोगों को बेसब्री से इंतजार है... 26/11/08 मुंबई हमले का आरोपी कसाब पर फैसला आ गया है...मोहम्मद अजमल कसाब को पूरे 86 मामलों में दोषी पाया गया है जिसमें भारत में युद्ध छेड़ने का भी आरोप है लेकिन उसकी सज़ा अभी मुकर्रर नही हुई है... क्या आपको लगता है कि कसाब के जुर्म के लिए भारतीय क़ानून में कोई ऐसी सज़ा है जो क़साब को दी जा सके... लगातार तीन दिन होटल ताज, नरीमन हाउस में कोहराम मचाने वाला और ना जाने कितने बेगुनाहों को मारने वाला ये आतंकी न तो सज़ा-ए-मौत के क़ाबिल है और ना ही उम्र कैद के...हमारे देश में संगीन जुर्म करने वालों को यही सज़ा दी है...लेकिन कसाब तो ख़ुद एक फ़िदाईन था और मरने का डर उसे उस वक्त भी नही था और शायद आज भी... कसाब के लिए फांसी या उम्र कैद बहुत मामूली सी सज़ा है... हमारे देश में पुलिस की थर्ड डिग्री भी विदेशों की सॉफ़्ट डिग्री में आती है... तो कैसे कसाब को इतनी मामूली सज़ा दी जा सकती है...
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