
“न इधर उधर की तू बात कर...बता कि क़ाफिला क्यों लुटा...
हमें रहजनों से गिला नहीं तेरी रहबरी का सवाल है”....
सुषमा का शायराना अंदाज़ में सवाल क्या दग़ना था कि हंगामें के बीच चलने वाले सत्र में चारों तरफ़ से वाहहह... वाहहह... वाहहह... के नारे बुलंद होने लगे...और अब बारी थी सिंह की दहाड़ की... लेकिन हैरत तो तब हुई जब घोटालों का ताज पहने यूपीए सरकार और देश के साफ़ छवी वाले कहे जाने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर भी रोमानियत छा गई और एक शेर ने शायराना सवाल का जवाब शयराना अंदाज़ में देते हुए कहा कि
“माना की तेरी दीद के क़ाबिल नहीं हुं मै...तू मेरा शौक़ तो देख मेरा इंतज़ार कर”...
कुल मिला कर देश में हुए घोटालों पर गंभीर चर्चा के दौरान पूरे सदन में रोमानियत छाई रही... या ये कहें की शायराना अंदाज़ में किए गए सवाल का जवाब शायराना अंदाज़ में देकर प्रधानमंत्री नें मुद्दे और मूड दोनों को गुमराह करने की कोशिश की... हांलाकि बाद में उन पहलुओं पर चर्चा हुई और पीएम ने सवालों के जवाब भी दिए... लेकिन जब शायराना आग़ाज़ से ही समां बंध गया तो... अंजाम भी शायराना रहा... ख़ैर पूरा देश भ्रष्टाचार के घिनौने दलदल में फंसा है... और संसद में मुशायरा चल रहा है... मौजूदा सरकार की छवि घोटालों के जिन बिगाड़ दी है.... सरकार की नाक में दम कर रहे साल के घोटालों की फेहरिस्त काफ़ी लम्बी है ही...
very..nice....
ReplyDeleteyaar..ke...rajneeti..hai....
in..netaon..ko...desh..ko...lootne..k..alawa...aur..kuch.nahi..aata..
desh..ko..lootne..k..baad..koi..jawab..to..bacha.nahi..hai..inke..paas...to...loktantra..ke..madir..me..jab...janta..k..sawalon..ka..jawab..dena..hota..hai...to..ye..achha..bahana...dhoondh..liya..hai...shero..shayari..ka.......
thank u kalpana
ReplyDeletewah mam kya baat hai bahut acha article lika hai aapne .........really very niceeeeeeeee
ReplyDeletethan u veena
ReplyDeletethank u veena
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